चाँदीपुरा वायरस का कहर

चाँदीपुरा वायरस का असर:-

चाँदीपुरा वायरस का कहर

गुजरात में चाँदीपुरा वायरस से मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है । रविवार को इस वायरस के चलते और पांच बच्चो की मौत हो गई । इसके चलते इससे मरने वाले मरीजों की संख्या 32 हो गई है , इतना ही नहीं से मिलने वाले मरीजों का सिलसिला अभी भी जारी है। राज्य के स्वास्थ विभाग के अनुसार रविवार को जिन पांच बच्चो की मौत हुई है, उनमे से वडोदरा , बनासकांठा, राजकोट जिले के मरीज थे। इसके साथ ही वायरस के चलते 32 बच्चो की मौत हो चुकी है। राज्य के विविध भागो में इस वायरस के 84 मरीज भर्ती है।

हलाकि इस वायरस पर सिकंजा कसने के लिए स्वस्थ विभाग की और से 18730 घरो में सर्वे किया गया है। इसके अलावा अब तक कुल 119205 घरो में मेलेथिऑन का छिड़काव किया है । राज्य के सभी जिलों में रोग नियंत्रण के लिए कदम उड़ाने की सुचना दे दी गयी है।

वायरस का असर

चाँदीपुरा वायरस का कहर
चाँदीपुरा वायरस का कहर तेजी से फैलता हुआ बच्चो को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में जूझ रहे है बच्चे

चाँदीपुरा वायरस का कहर तेजी से फ़ैल रहा है, हलाकि इस वायरस का असर सिर्फ यह 9 माह से 14 वर्ष तक के बच्चो को प्रवाहित करता है। इस वायरस के लच्छन का पता तब चलता है जब बच्चो को तेजी से बुखार की शिकायत हो, दस्त- उलटी, सिरदर्द, मिर्गी, बेहोसी ये सब वायरस के लच्छन है ।

इन दिनों गुजरात में वायरस का कहर चिंता का विषय बन चूका है । इस रोग से मौत् का सिलसिला थम नहीं रहा है। अब तक इस रोग के चपेट में आकर मरने वाले बच्चो की संख्या 32 तक पाहुवह गई है। इस रोग में आने वालो के मिलने का सिलसिला भी जारी है। इस रोग से बच्चो को बचाने के लिए सुरच्छा को ध्यान में रख सूरत जिला शिच्छा अधिकारी कार्यालय की और से सभी स्कूलों के लिए सुचना जारी की है ।

बच्चो की सुरच्छा को ध्यान में रख उन्हें जहा पानी भरा हो, वैसी जगह पर ले जाने से बचे । दीवारों में पड़ी दरार को भरा जाय क्योकि यह बीमारी वायरस सेंड फ्लाई (रेत मक्की ) के काटने से हो रही है । और ये दीवारों के दरार से निकलती है।

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